शस्य श्यामल धरती हो अपनी
आओ मिलकर सब पेड़ लगाएं
किसी तरह का प्रदूषण ना हो
खुली हवा में हम सांस ले पाएं|
गर्म होते वायुमंडल को आओ
ग्रीन हाउस प्रभाव से बचाएं
ओजोन कवच मजबूत हो
पर्यावरण पर रहम फ़रमाएं|
ना वायु का प्रदूषण हो फिर
ना ही कहीं ध्वनि नाजायज
नदी नहरे भी साफ सुथरा रहे
आओ ये जागरूकता फैलाएं|
प्राकृतिक संसाधन है रक्षक
आओ लोगो को ये समझाएं
दोहन रोके इनका मिलकर
आओ इनके रक्षक बन जाएं|
चीरहरण करे जो माता का
आओ उस को सजा दिलाएं
सच्चे अर्थों में फर्ज निभा
आओ धरतीपुत्र कहलाएं|
आज विश्व पृथ्वी दिवस पर
हम सब मिलकर प्रण करें
तूने ही हमे जीवन दिया माँ
तेरी रक्षा में हम प्राण गवाएं
डॉ मुकेश अग्रवाल