जी चाहता है आज
हम भी मर्द बन जाये
कुछ पिये और कुछ पिलायें
हमने सुना है जमाना
पीने वालों को मर्द कहता है
और जो नहीं पीता
वो नामर्द रहता है
दुनिया के इस दस्तूर से
आज तक हम नामर्द रहे है
बेशक हम ने दुनिया के नामर्दों
वाले ताने नहीं सहे है
पर मर्द बनने के लिए
तो हमें पीनी ही पड़ेगी
बाकी जिन्दगी अब
मर्दों वाली जीनी पड़ेगी
इसलिए आज से हम
पीना शुरू कर रहे है
दुआएँ दे की हजम हो जाये
और हमें उल्टी ना आये
और अगर उल्टी आ गयी
तो लोग फिर कहेंगे
उल्टी तो नामर्दों को आती है
ये मर्दों को नहीं सुहाती है
हम ये ताना
फिर सहन नहीं कर पायेगे
सच कहते है यारों
सुन कर बेहोश हो जायेगे
उसके बाद सारी उम्र
नामर्द रह कर ही बितायेगे