ना सुन किसी की सुन मन की आहट
अडिग रह लक्ष्य पर जैसे पेड़ हो वट
जरूरी नही तेरे से हर कोई होगा खुश
कामयाब अगर होना एक डगर से सट
कुछ होंगे जिन्हें बस कमी ही दिखेंगी
कुछ रोकेंगे ये कह इस राह में कपट
सुनो सब की पर करना केवल अपनी
यही सफल होने की एकमात्र बस रट
जिस काम मे लगन और हो आसक्ति
उसी में मिलता आनंद नही कोई कष्ट
कुछ तो लोग कहेंगे उनको कहने देना
पर अपने पागलपन से तू ना पीछे हट