सहज चल निरंतर चला चल
गर मंजिल को पाना है
तेज चल कर रुक गया तो
बीच में रह जाना है
कितनी भी कोशिशे कर ले
गर धैर्य और विश्वास नहीं
मंजिल मिल नहीं सकती
गर हिम्मत और जिज्ञास नहीं
प्राण कर ले मिट जाने का
गर इतिहास बनाना है
सहज चल निरंतर चला चल
गर मंजिल को पाना है
तेज चल कर रुक गया तो
बीच में रह जाना है