नाम आजाद पिता स्वतंत्रता
पता मेरा अब है कारावास
15 साल के बालक के बोल
ये था चंद्रशेखर का विश्वास
जीवित गिरफ़्तार नही हूँगा
ये ही मेरी प्रतिज्ञा इस समर
आओ याद करे आजाद को
नाम इतिहास में जो अमर
गांधी जी से जुड़ा आज़ाद
असहयोग आंदोलन में संग
मिला बाद में “बिस्मिल” से
अहिंसा से हुआ मोह भंग
स्वतंत्रता के प्रमुख सेनानी
युवाओं के ये प्रेरणादायक
आजाद क्रांति के अग्रदूत
काकोरी कांड के थे नायक
अंग्रेजो को चकमा देने को
संन्यासी का था वेश बनाया
औरत भी बना था आजाद
दुश्मन के चंगुल में ना आया
इलाहाबाद में पुलिस ने घेरा
तब ख़ूब चलाई थी गोलियां
अपनी प्रतिज्ञा निभाने को
खुद पर ही दागी गोलियां
मात्र पच्चीस साल की उम्र
जो देश पर था शहीद हुआ
आओ याद करे आजाद को
करोड़ो का मन जिसने छुआ |