एक जीवंतता आ जाती
जब दोस्तो से करते बात
सब गमों को भूल जाते
जब होती मीठी मुलाकात
ना कोई इच्छा लाभ की
ना ही कोई उनसे व्यापार
बस एक मिलने की तड़प
जैसे छूटा कोई उस पार
आज समय है ऐसा आया
जिसने मिलना बंद कराया
पागल होने से लोगो को
सोशल मीडिया ने बचाया
व्हाट्सएप्प का भी उसमें
बहुत ही बड़ा है एक हाथ
दोस्तो का हम ग्रुप बना के
इक्कठे हो जाते एक साथ
आज कोरोना काल में जब
जल्दी से मिलना असंभव
तब इसी ग्रुप की बदौलत
हमारा मिलना हुआ संभव
आओ आज मिल कर हम
व्हाट्सएप्प का आभार करे
चैट काल वीडियो के द्वारा
हमारी दोस्ती का साक्षी धरे
डॉ मुकेश अग्रवाल