नव वर्ष का करे अभिनन्दन,
मिल जुल मंगल गीत है गाए…..,
अपनी हिन्दु संस्कृति का परचम,
आओ चारो और फैलाए……..,
अपनी सभी सुभकार्य हम,
विक्रमी संवत अनुसार बनाये…..,
सर्वोतम वैज्ञानिक प्रद्ति को,
आओ समझे और समझाए……,
सूर्य और चन्द्र वर्ष का,
यह एक अनुपम संगम है……,
कालगणना की सर्वश्रेष्ठ प्रद्ति पर,
आओ मिल कर गर्व मनाये,
नव वर्ष………………..!!!