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देश का सपूत “अटल”
चिर निद्रा में सो गया
अपनो और विरोधियों
सब की आँख भिगो गया ।
तन दिया मन भी दिया
और सारा जीवन दिया
ए हिंदुस्तान तेरे लिए
अटल औझल हो गया ।
नमन ऐसे “रत्न” को
जिस का जीवन सिर्फ़
राष्ट्र भक्ति राष्ट्र भक्ति
राष्ट्र भक्ति में खो गया ।
मुखर कवि प्रखर वक़्ता
उच्च कोटि का राजनेता
देश का सपूत “अटल”
आज अमर हो गया ।।