श्रद्धांजलि उस आत्मा को
उम्रभर जो जिया संगीत में
जन्म और जीवन जिसका
बीता बस इसी की प्रीत में
अपने तबले व आवाज से
थी सारे जग में धूम मचाई
रागों के जसराज बादशाह
जैसे सरस्वती कंठ में आई
पदमश्री भूषण व विभूषण
जैसे आभूषण इन्होंने पाए
कलाक्षेत्र के हरेक सम्मान
खुद इनकी झोली में आए
आज भारत ने खोया रत्न
उनके चरणों मे नमन करे
संगीत से समाधी को छुआ
आओ उन पर हम गर्व करें
डॉ मुकेश अग्रवाल