एक जनवरी से शुरू होता है
अंग्रेजी कैलेंडर है आधार।
यही अब प्रचलित नववर्ष है
आओ करे इसको स्वीकार।।
संस्कृतियों का मिलन हो रहा
विश्व ले रहा नव आकार।
पश्चिम से आई इस प्रतिपदा को
आओ करे अब अंगीकार।।
कदम मिला कर आगे बढे
सबसे करे उत्तम व्यवहार।
गूँथ डाले रंग-बिरंगे देशो को
बनाए एक सुन्दर संसार।।
भारत ही केवल ऐसा देश है
जो करता इतना विचार।
वसुधैवकुटुम्बकं का सपना
अब होने को है साकार।।
आओ मिल कर स्वागत करे
ये भी अब अपना त्यौहार।
यही अब प्रचलित नववर्ष है
आओ इसको करे स्वीकार।।