महाशिवरात्रि फ़ाल्गुन मास में कृष्ण चतुर्दशी को आता है
भारत का ये मुख्य पर्व हर हिन्दू इसे उत्साह से मनाता है
पौराणिक मान्यता अनुसार इस दिन सृष्टि का जन्म हुआ
अग्निलिंग से उपजा ब्रह्मांड इस दिन शिव का विवाह हुआ
जल और दूध के अभिषेक से शिवलिंग को पूजा जाता है
मंदिर में फिर पूजा अर्चना से भक्त खुद को धन्य पाता है
व्रत रखता अनुष्ठान करता इस तरह दिन को बिताता है
शिवभक्त के लिए ये दिन सब से महत्व का माना जाता है
बारह ज्योतिर्लिंग है भारत मे जो सब स्वयंभू माने जाते है
महाशिवरात्रि के दिन इन पर लोग बड़ी संख्या में आते है
स्वरूप शिव का कल्याणकारी इसी रूप में पूजे जाते है
आदि अंत सब समाये आपमे आप आदियोगी कहलाते है
हाथो में डमरू त्रिशूल लिए आप गले मे सर्प सजाते है
जटाओं से गँगा चंद्रमा को धारे सब देवता शीश नवाते है
त्रिदेवों में शिव एक देव है ये महादेव भैरव भी कहलाते है
भोलेनाथ शंकर रूद्र महेश नीलकंठ नामो से जाने जाते है
“महाशिवरात्रि” एक परम पर्व है आओ मिल कर मनाते है
“सत्यम शिवम सुंदरम” को समझ गीत कल्याण के गाते है