मेरा संकल्प !
अपने अनुभव से जो सीखा है,
जितनी भी मुझमे क्षमता है,
अपने तन से ,
अपने मनं से,
अपने धन से,
अपने सर्वस्व से,
मैं पूर्ण समर्पित भाव से,
इस अध्याय का नाम बढ़ाऊंगा,
जिस उम्मीद से आप लोगो ने,
मुझ पर विश्वास जताया है,
उसी अनुपात में कोशिश कर के,
संस्था की शान बढ़ाऊंगा !!!!
