योग से जीवन उजियारा
योग बिन केवल अंधियारा
जो जोड़ दे वो योग है
जो तोड़ दे वियोग है
मन क़ाबू में करना योग
योग दूर भगाए रोग ।।
योग भारत की देन महान
ऋषियों का अनुपम वरदान
है सबसे प्राचीन विज्ञान
सब ज्ञानो में उत्तम ज्ञान
मन से मन का भेद मिटाए
ख़ुद का ये दर्शन करवाए ।।
पतंजलि योगदर्शन विज्ञान
आठ अंग इसकी पहचान
यम नियम आसान प्राणायाम
प्रत्याहार धारणा समाधि ध्यान
युज़ धातु से मिलते प्राण
चित् वृति निरोध संज्ञान ।।
शिव संहिता में चार योग
मंत्र हठ लय और राज
मद्भागवत में तीन योग
भक्ति कर्म और ज्ञान
योग: कर्मसु कौशलम
गीता देती है समाधान ।।
योग स्वस्थ तन की राह
योग आतुर मन की चाह
मोक्ष कैवल्य निर्वाण पथ
योग ही योगी का रथ
योग से जीवन समर्थ
योग बिन सब है व्यर्थ ।।
आओ मिल कर योग करें
तन और मन निरोग करें
विश्व योग दिवस पर आज
बुरी बातों से वियोग करें
दुनिया को स्वस्थ बनाने में
अपनी आहुति संयोग करे ।।