भाई बहन के पावन रिश्ते को
चलो आज चार चाँद लगाएँ
उत्साह उल्लास और उमंग से
सब रक्षा बन्धन पर्व बनायें ।
कितना सुंदर कितना प्यारा
मनभावन दिन आज है आया
आओ हम सब बहने मिलके
भाई के माथे तिलक लगायें ।
सुख की उसके करें कामना
हर एक नज़र से उसे बचाएँ
कलाई पर फिर बाँधे धागा
समय चक्र वही थम जायें ।
रक्षा का फिर वचन दे भाई
सुख दुःख में काम वो आए
बहना को दिया वचन जो
उसे पूरा कर दिखलाए ।
इन त्याहारों से भारत बनता
आओ समझे और समझाएँ
मिले प्रेम से एक दूजे को
समाज में ख़ुशहाली लायें ।।