यह किताब है बड़ी न्यारी
सीख देती ये बहुत प्यारी
एक बच्चे के है दो बाप
एक गरीब दूजे पे खिताब
गरीब बाप पीएचडी पास
पर है एक सरकारी दास
अमीर बाप आठवीं पास
रखता पीएचडी को पास
गरीब अमीर दोनों सफल
सोच में पर है बेहद अलग
एक की जरूरते नाहो पूरी
दूजे की इच्छा ना अधूरी
गरीब बाप से खूनी रिश्ता
अमीर बाप दोस्त का पिता
बच्चा इनकी तुलना करता
अमीर से सीखूँ प्रण धरता
रिच डैड पुअर डैड ये बुक
समझाती हमे है पाँच पाठ
जीवन मे उतारो तुम इनको
अगर चाहते हो सारे ठाठ
डर व लालच के चक्कर मे
तुम चूहा दौड़ में फ़सोगे
किस्तों पर लेते कार मकान
सारी उम्र क़िस्त ही भरोगे
एसेट लायबिलिटीएस जान
केवल तभी अमीर बन पाए
जो पैसे को कमाए वो एसेट
लायबिलिटीएस खर्च बढ़ाए
रिस्क लेना शर्त अमीरी की
रिस्क से बस अमीरी आए
रिस्क ना लेने के कारण ही
गरीब केवल गरीब रह जाए
हमेशा काम करो सीखने को
ना ही काम बस कमाई को
किताबें पढ़ो सेमिनार जाओ
जारी रखो निरंतर पढ़ाई को
तुम दूसरों को ऊपर उठाओ
तुम खुद ब खुद उठ जाओगे
ये प्रकृति का अटल नियम
जो बोओगे उसे ही पाओगे
अगर चाहते हो अमीर बनना
इस पुस्तक को जरूर पढ़ना
रॉबर्ट किओसाकी की बुक से
जीवन मे ख़ूब तरक़्क़ी करना