हर रिश्ते और भाव को
हम दिनों में बांधे जाते है
आओ इसी कड़ी में आज
“प्रेम दिवस” भी मनाते है ।
पश्चिम के ईसाइयो का
मुख्य पर्व है वैलेंटाइन
क्रिसमिस की तरह इसे
वे बड़े चाव से मनाते है ।
संस्कृतियां का है मिलन
अब एक दूजे में हो रहा
सब धर्मों के त्योहारों को
आओ मिल कर मनाते है ।
मिले प्रेम से एक दूजे को
सब का हम सम्मान करें
सबसे सुंदर सबसे निराली
अपनी धरती को मनाते है ।
नया विश्व हो नया मर्म हो
मानवता ही जहाँ धर्म हो
सार्थक हो वैलेंटाइन तब
हर और प्रेम बिखराते है ।।