ये शिवरात्रि श्रावण मास में
हर साल मनाई जाती है
पूरे भारत में आज के दिन
शिव महिमा गाई जाती है
जल दूध के अभिषेक से
शिवलिंग को पूजा जाता है
मंदिर में फिर पूजा अर्चना से
भक्त खुद को धन्य पाता है
व्रत रखता अनुष्ठान करता
इस तरह दिन को बिताता है
शिवभक्त के लिए ये दिन
एक उत्सव सा बन जाता है
बारह ज्योतिर्लिंग भारत मे
जो सब स्वयंभू माने जाते है
शिवरात्रि के दिन इन पर
लोग बड़ी संख्या में आते है
शिव का अर्थ कल्याणकारी
इसी रूप में पूजे जाते है
आदि अंत समाए शिव में
शिव आदियोगी कहलाते है
हाथो में डमरू त्रिशूल लिए
शिव गले मे सर्प सजाते है
जटाओं से गँगा चंद्रमा धारे
सब देवता शीश नवाते है
त्रिदेवों में शिव एक देव है
महादेव भैरव भी कहलाते है
भोलेनाथ शंकर रूद्र महेश
नीलकंठ भी कहे जाते है
शिवरात्रि” एक परम पर्व है
आओ मिल कर मनाते है
“सत्यम शिवम सुंदरम” बन
गीत कल्याण के गाते है