पृथ्वी सूरज की करती परिक्रमा
चांद लेता पल पल धरती के फेरे
आँख मिचौली से बनते दिन रात
लगते भिन्न भिन्न ऋतुओं के डेरे
जब चाँद दोनों के बीच में आता
सूरज थोड़ा या पूरा छिप जाता
यह घटना को भौतिक विज्ञान में
आंशिक या पूर्ण ग्रहण कहलाता
खगोल वैज्ञानिकों का ये उत्सव
सूर्यग्रहण में खुलते नए नए राज
ब्रह्मांड में होती अद्भुत घटनाएं
बहुत बातों का होता पर्दाफ़ाश
ऋग्वेद काल से पता ग्रहण का
अत्रिमुनि ने सबसे पहले जाना
खगोल शास्त्र को सबसे पहले
भारत के ऋषियों ने पहचाना
आओ इस खगोलीय घटना पर
हमसब मिलकर कुछ मंथन करे
कुछ ही देर में खत्म होता ग्रहण
कोरोना का भी यूँ ही चिंतन करें