स्वेट मार्डन ने लिखी थी ये अद्भुत किताब
Everyman A King जिसका है नकाब
आशावाद की पहली पुस्तक है ये जनाब
सकारात्मकता भरी है जिस में बेहिसाब ।
क्या आप खुद ही है अपने जीवन के नायक
या और लोग बनाते है आप को इस लायक
इस सवाल का बनना होगा आज हमे गायक
ये पुस्तक बन सकती है आप की सहायक ।
क्या विचार ही बनाते स्वस्थ और बीमार
करना होगा आज हमें मिलकर ये विचार
क्या दवाओं दुआओं का कुछ मतलब है
या केवल मन ही करता रोगों का उपचार ।
सबसे भयानक शत्रु है डर क्या आप ये जाने
हर जगह हराता आपको क्या आप ये माने
करे तप और आज इस पर आओ काबू पा ले
बड़ा नुकसान करेगा गर लगाया नही ठिकाने ।
आओ मूड़ व भावों को हम पकड़ कर रखे
मनमानी न चलने दे इनकी नजर कड़ी है रखे
ईर्ष्या द्वेष चिंता नफरत गुस्सा काबू में रखे
चीज़ो को न टाले हम समय का मान भी रखे ।
हर हालात में खुश रहना आओ हम ये सीखे
आशा को छोड़े न कभी आशावादी होना सीखे
हँसना और हँसाना सब को आओ ये भी सीखे
निराश न हो जीवन मे निराशा को हटाना सीखे ।
कथनी और करनी में फिर फर्क न हमारे आये
वाणी विचार व्यवहार हमारा समरूप हो जाए
मन की सुंदरता फिर महके तन नज़र ना आये
बुढ़ापे में भी जवानी का आंनद खड़ा मुस्काए ।
सब मे देखे खुद को हम और खुदा हो जाए
जब जीवन का हर क्षण इस लय मे आ जाए
तब समझो समझा खुद को अपने पर इतराए
मर्म इस पुस्तक का ये ही स्वेट हमे समझाये ।।
डॉ मुकेश अग्रवाल