प्रशंशा में भी भला निंदा में भी भला
प्रशंशा से प्रेरणा निंदा से मंथन मिला
सुख में भी भला दुख में भी है भला
सुख से ही शांति दु:ख शक्ति में ढला
लाभ में भी भला हानि में भी है भला
लाभ से संतोष हानि चिंतन की कला
जीत में भी है भला हार में भी है भला
जीत देती है खुशी हार से खतरा टला
जीवन के हर मोड़ पर मिलेंगे तुझे द्वंद
हर हाल में भला गर सम भाव मे ढला
डॉ मुकेश अग्रवाल