अधूरापन
हर व्यक्ति अधूरा है पर कहता खुद को पूरा है यही तो विडंबना है की मानता नहीं कुछ भी जानता नहीं यथार्थ और झूठ में फर्क करना वफ़ा और बेवफाई को अलग करना किस के आँख है,कौन अँधा है कौन का अच्छा,कौन सा बुरा धंधा है कितने लोग जानते है पर सभी खुद को ज्ञानी …