राधा बन मेरे जीवन में
आई हो तुम अनुराधा
प्रेम की इक बदली बनके
छाई हो तुम अनुराधा
15 साल पहले आज से
मेरे घर आई अनुराधा
अपने सुन्दर चित्त के कारण
सब के मन भाई अनुराधा
जीवन के सुन्दर सफ़र में
चार चाँद लगाई अनुराधा
अवनि सत्यम के रूप में
दो रत्न जाई अनुराधा
मुझे मिला है इस जीवन में
ईश्वर का तोहफा अनुराधा
कैसे उतारूँगा ऋण तेरा
समझ नहीं पाता अनुराधा