काम जब इबादत बन जाएगा
तभी तो जीने का मजा आएगा
प्यास तुझ को लगी हो बेइंतहा
तभी तो पीने का मजा आएगा
ज़ख्म जब गहरे दिल को चीरेगें
तभी तो सीने का मजा आएगा
देखता रह जाए बस जो भी देखे
तभी तो करीने का मज़ा आएगा
काश्तकारी बेमिसाल अब चाहिए
तभी तो नगीने का मज़ा आएगा
काम बन जाए जो चाहा अब तूने
तभी तो पसीने का मजा आएगा||