बड़े पेड़ की छांव में
अक्सर छोटे छिप जाते है
धूप नही मिलती उनको
पनप नही ये पाते है
रह जाते प्रभाव में ये
हुनर दिखा नही पाते है
खो जाती इनकी प्रतिभा
गुमसुम से हो जाते है
गर चाहते हो बड़े हो ये
एक काम करना होगा
समय रहते बड़े पेड़ से
इन्हें अलग करना होगा
पेड़ को तब इन्हें बस
केवल सीख देनी होगी
अपने स्नेह की इन पर
अपार वर्षा करनी होगी
तभी इन्हें धूप मिलेगी
और तभी पोषण भी
इनकी प्रतिभा निखरेगी
और इनका हुनर भी
-डॉ मुकेश अग्रवाल